Investing vs Trading Difference in Hindi | Types of Trading, Risks & FAQs Explained

Investing vs Trading Difference in Hindi | Types of Trading, Risks & FAQs Explained

📘 Investing vs Trading Difference (निवेश बनाम ट्रेडिंग का अंतर)


🧩 अर्थ और उत्पत्ति (Etymology & Meaning)

Trading शब्द Old English “traden” से बना है जिसका अर्थ है लेन-देन या व्यापार करना
Investing शब्द Latin “investire” से बना है जिसका अर्थ है किसी चीज़ में धन लगाना या उसे विकसित करना


💡 सामान्य अर्थ (General Meaning)

  • Trading (ट्रेडिंग) का मतलब है — शेयर, कमोडिटी या करेंसी जैसे वित्तीय साधनों को कम समय में खरीदना और बेचना, ताकि कीमतों में छोटे बदलावों से लाभ कमाया जा सके।
  • Investing (निवेश) का मतलब है — किसी संपत्ति में लंबे समय तक धन लगाना ताकि भविष्य में धीरे-धीरे संपत्ति और रिटर्न बढ़े

📜 स्टॉक मार्केट का संक्षिप्त इतिहास (History of Stock Market)

  • 1602 – दुनिया का पहला स्टॉक एक्सचेंज Amsterdam Stock Exchange बना।
  • 1773London Stock Exchange की स्थापना हुई।
  • 1875 – भारत का पहला स्टॉक एक्सचेंज Bombay Stock Exchange (BSE) शुरू हुआ।
  • 1992National Stock Exchange (NSE) की स्थापना हुई, जिसने इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की शुरुआत की।

📊 What is Trading? (ट्रेडिंग क्या है?)

Trading एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति शेयर, बॉन्ड, करेंसी या कमोडिटी जैसी चीज़ों को कम समय में खरीदता और बेचता है ताकि तुरंत लाभ कमाया जा सके।

  • यह टेक्निकल एनालिसिस (Technical Analysis) और मार्केट टाइमिंग (Market Timing) पर आधारित होती है।
  • इसका समय सीमा कुछ सेकंड से लेकर कुछ महीनों तक हो सकता है।

💰 What is Investing? (निवेश क्या है?)

Investing का मतलब है लंबे समय के लिए धन लगाना — जैसे शेयर, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, गोल्ड या रियल एस्टेट में — ताकि समय के साथ संपत्ति और रिटर्न बढ़े

  • यह फंडामेंटल एनालिसिस (Fundamental Analysis) पर आधारित होता है।
  • निवेश का समय सीमा सामान्यतः वर्षों या दशकों का होता है।

⚠️ What is Risk? (जोखिम क्या है?)

Risk (जोखिम) का अर्थ है — किसी भी निवेश या ट्रेडिंग में पैसे खोने की संभावना
सामान्य नियम है: जितना अधिक रिटर्न, उतना अधिक जोखिम।


⚖️ Risk in Trading vs Risk in Investing (ट्रेडिंग बनाम निवेश में जोखिम)

पहलूTradingInvesting
समय अवधिकम (सेकंड से महीने)लंबी (सालों से दशकों तक)
मार्केट वोलाटिलिटीबहुत अधिककम
ज्ञान की आवश्यकताटेक्निकल एनालिसिसफंडामेंटल एनालिसिस
भावनात्मक दबावबहुत ज़्यादाकम
रिटर्न की गतितेज़धीमी लेकिन स्थिर
जोखिम स्तरउच्चमध्यम
उपयोग किए जाने वाले टूल्सCharts, Indicators, Price ActionBalance Sheet, P/E Ratio, ROE आदि

💼 Types of Trading (ट्रेडिंग के प्रकार)

1️⃣ Intraday Trading (इंट्राडे ट्रेडिंग)

एक ही दिन में शेयर खरीदना और बेचना
👉 उदाहरण: Infosys का शेयर ₹1500 में खरीदकर ₹1520 पर उसी दिन बेचना।

2️⃣ BTST (Buy Today, Sell Tomorrow)

आज शेयर खरीदें और कल बेचें, इससे पहले कि शेयर Demat Account में आए।

3️⃣ STBT (Sell Today, Buy Tomorrow)

आज बेचें, कल खरीदें — जब उम्मीद हो कि कीमत गिरेगी।

4️⃣ Swing Trading (स्विंग ट्रेडिंग)

कुछ दिनों या हफ्तों तक शेयर पकड़ना और ट्रेंड से मुनाफा कमाना।

5️⃣ Scalping (स्कैल्पिंग)

बहुत छोटी अवधि (सेकंड या मिनटों) में कई बार ट्रेड कर छोटा लाभ कमाना।

6️⃣ Positional Trading (पोजिशनल ट्रेडिंग)

सप्ताहों या महीनों तक शेयर होल्ड करना — बड़े ट्रेंड्स को पकड़ने के लिए।

7️⃣ Momentum Trading (मोमेंटम ट्रेडिंग)

जिन शेयरों में तेज़ ऊपर या नीचे का रुझान है, उनमें निवेश करना।

8️⃣ F&O Trading (Futures and Options)

यह डेरिवेटिव ट्रेडिंग है, जहां आप भविष्य की कीमतों पर सट्टा (speculate) लगाते हैं।

  • Futures: तय तारीख पर तय कीमत में खरीदने/बेचने का अनुबंध।
  • Options: खरीदने या बेचने का अधिकार (compulsion नहीं)।

9️⃣ Commodity Trading (कमोडिटी ट्रेडिंग)

Gold, Silver, Crude Oil या कृषि उत्पादों में ट्रेडिंग करना।

🔟 Forex Trading (फॉरेक्स ट्रेडिंग)

Currencies जैसे USD/INR, EUR/USD आदि में ट्रेडिंग।


🧾 Investing vs Trading – अंतर सारणी (Difference Table)

बिंदुTradingInvesting
उद्देश्यत्वरित लाभदीर्घकालिक संपत्ति निर्माण
समय सीमाशॉर्ट टर्मलॉन्ग टर्म
रणनीतिसक्रिय (Active)निष्क्रिय (Passive)
विश्लेषणटेक्निकलफंडामेंटल
जोखिमउच्चकम
रिटर्नतेज़ पर अनिश्चितधीमा पर स्थिर
मानसिक दृष्टिकोणसट्टा आधारितरणनीतिक
टैक्सशॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (15%)लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (10% ₹1L से ऊपर)

🧠 Risk Management in Trading (जोखिम नियंत्रण)

  1. Stop-Loss लगाएं: नुकसान सीमित करने के लिए।
  2. Position Sizing: हर ट्रेड में केवल 1–2% पूंजी का उपयोग करें।
  3. Risk-Reward Ratio: 1:3 का लक्ष्य रखें (₹100 का जोखिम, ₹300 का लाभ)।
  4. Over-Leverage से बचें।
  5. भावनाओं को नियंत्रित करें।

💹 How to Start Trading in India (भारत में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें)

  1. शेयर बाजार की मूल बातें सीखें।
  2. ब्रोकर चुनें: Zerodha, Groww, Upstox आदि।
  3. Trading + Demat Account खोलें।
  4. धन जोड़ें (Fund Account)।
  5. Demo Trading से शुरुआत करें।
  6. छोटी पूंजी से धीरे-धीरे आगे बढ़ें।

💬 FAQs (सामान्य प्रश्न)

1️⃣ कौन बेहतर है — Trading या Investing?

👉 Investing दीर्घकालिक और सुरक्षित तरीका है। Trading में तेज़ रिटर्न लेकिन जोखिम भी अधिक।

2️⃣ 90% लोग ट्रेडिंग में क्यों हारते हैं?

👉 भावनात्मक निर्णय, Stop-Loss न लगाना, Over-Leverage, और अनुशासन की कमी के कारण।

3️⃣ क्या मैं ट्रेडिंग से ₹20,000 प्रतिमाह कमा सकता हूँ?

👉 संभव है लेकिन निश्चित नहीं। इसके लिए ज्ञान, अनुशासन और पूंजी जरूरी है।

4️⃣ 7-5-3-1 नियम क्या है?

👉 ट्रेडिंग में अनुशासन का नियम — हर 7 ट्रेड में 5 लाभदायक, 3 बराबर और 1 नुकसान वाला हो सकता है।

5️⃣ कौन सा SIP 40% रिटर्न देता है?

👉 कोई भी SIP निश्चित 40% नहीं देता। औसत इक्विटी SIP 10–15% वार्षिक रिटर्न देती है।

6️⃣ ट्रेडिंग क्या है और यह कैसे काम करती है?

👉 Trading में आप शेयर खरीदते और बेचते हैं ताकि कीमतों के उतार-चढ़ाव से लाभ कमा सकें।

7️⃣ ट्रेडिंग कैसे शुरू करें?

👉 Demat + Trading Account खोलें, सीखें और धीरे-धीरे छोटे ट्रेड करें।

8️⃣ क्या मैं ₹500 रोज कमा सकता हूँ?

👉 हाँ, लेकिन इसके लिए पूंजी, अनुभव और अनुशासन जरूरी है।

9️⃣ ट्रेडिंग निवेश से अधिक जोखिमभरी क्यों है?

👉 क्योंकि इसमें कीमतें तेजी से बदलती हैं और निर्णय तुरंत लेने पड़ते हैं।

🔟 ट्रेडिंग की बुराई क्या है?

👉 तनाव, लालच, लत और तेजी से पैसे खोने का खतरा।


🧾 निष्कर्ष (Conclusion)

Trading तेज़ लेकिन जोखिमभरी दौड़ है।
Investing धीमी लेकिन स्थिर यात्रा है।

👉 अगर आपको तेज़ लाभ और उच्च जोखिम स्वीकार हैं — Trading करें।
👉 अगर आप स्थिरता और लंबी अवधि का लाभ चाहते हैं — Investing करें।


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